भाव - अवसर के प्रतिकूल व्यवहार करना
शाब्दिक अथॆ - मकरा (एक मोटा अनाज) पीसते समय सीता हरण का प्रसंग गाने का क्या औचित्य है
(साभार- श्री दल बहादुर सिंह, गहिरी - प्रतापगढ़ , अन्जलिका एवम् गौरव निगम)
अवधी भाषा क् कुछ चुनिन्दा शब्द, कहावत, अउर गीत.
भाव - अवसर के प्रतिकूल व्यवहार करना
शाब्दिक अथॆ - मकरा (एक मोटा अनाज) पीसते समय सीता हरण का प्रसंग गाने का क्या औचित्य है
(साभार- श्री दल बहादुर सिंह, गहिरी - प्रतापगढ़ , अन्जलिका एवम् गौरव निगम)
भाव - अपनी क्षमता से कहीं ज्यादा भार उठाने का प्रयत्न करने वालों को उलाहना देने के लिये बोला जाता है।
शाब्दिक अथॆ - चल भी न पाये, वो रजाई जैसी भारी वस्तु को धोती की तरह पहन कर चलना चाहे।
(साभार- श्री दल बहादुर सिंह, गहिरी - प्रतापगढ़ , अन्जलिका एवम् गौरव निगम)