१२-जनवरी-२००९: आज क् अवधी
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कयथनी क् डोला
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देर से आवइ या देर करइ के सन्दर्भ में
वाक्य में प्रयोग
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अपनी माँई से कहऽ की जल्दी से तैयार होंई नाही त् गाड़ी छुटि जाए, कयथनी क् डोला भइ हइन !
टिप्पणी:
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ई कहावत क जनम बहुतइ मजेदार बाटइ. हमइ अपनी माँई से ई बात पता चली कि गाँउ-देश में अक्सर 'कायस्थ' समाज के बियाहे में बरात (डोला) बहुत देर से आवत हई. 'कयथनी क् डोला' क् प्रयोग देर करइ के सन्दर्भ में बस इही परम्परा से शुरू होइ गइ.
कइसन लाग आज क् अवधी, जरूर बतावइँ.
विशेष:
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१. कुछ हिन्दी कहावते येहाँ पर भी पढ़ें.
२. हिन्दी कहावतों का एक संकलन आंग्ला भाषा में येहाँ पर पढ़ें .
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