बुधवार, 3 जुलाई 2013

रहठा

रहठा - अरहर के पौधे को सुखा कर बनाया हुआ झाड़ू 

4 टिप्‍पणियां:

  1. हमरे उन्‍नाव मां एहका बरहाचा कहा जात है अाैर सुल्‍तानपुर मां ख्‍ारहरा कहत हैं। बहुत नीक काम कर रहे है।...हमार जरूरत हाेय ताो बतायाो...

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  2. तुलसी दास जी एक बार शौच करने गये एक पेढ के नीचे और वहां पेड पर एक उल्टा लटका हूवा भुत देखा। तुलसी दासजी उस भुत से पुछ रहे है, भाई राम कैसे मीलेंगे ? भुत बिचारा तुलसी दास जी से कह रहा है " मै तूम्हारे सामने उल्टा लटक रहा हुं पेड पर देख रहे हो " तूम अपने मन से पुछो अर्थात इस संसार से उब गये तो, इस जड मायारुप मरुभूमि संसार से हटा हुवा हणमन से पूछे वे बताएंगे राम अर्थात प्राण भरपुर कहां मिलेंगा ! और मै तो पंच महाभूत से बना शरीर हुं और देख रहां हुं के तुम यहां शौच करके पेड को पोष रहे हो और पेड इस प्रकृति के आधार पर तूम्हे पोष रहा है। अब यह क्या बात हूयी के तुम पंच महाभूत वाले शरीर से ही प्रश्न करने लगे ? अपने मन से पूछे राम रुपी प्राण ह्रदय में सदा भरपुर कैसे रहेगा ? जब समझ बढेगी राम की तो तूँ लक्ष राम और मै लक्ष दास दोनो मील जाएंगे और यह बात भी समझ आजाएगी चित्रकुट के घाट पर, भई संतन की भीर।
    तुलसीदास चंदन घीसे, तिलक देत रघुवीर।। धन्यवाद। शुभ प्रभात। टिप्पणी अलग है, पोस्ट से पर उपयोगी लगे तो उपयोग मे लीजीएगा। धन्यवाद फिर से

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  3. तुलसी दास जी एक बार शौच करने गये एक पेढ के नीचे और वहां पेड पर एक उल्टा लटका हूवा भुत देखा। तुलसी दासजी उस भुत से पुछ रहे है, भाई राम कैसे मीलेंगे ? भुत बिचारा तुलसी दास जी से कह रहा है " मै तूम्हारे सामने उल्टा लटक रहा हुं पेड पर देख रहे हो " तूम अपने मन से पुछो अर्थात इस संसार से उब गये तो, इस जड मायारुप मरुभूमि संसार से हटा हुवा हणमन से पूछे वे बताएंगे राम अर्थात प्राण भरपुर कहां मिलेंगा ! और मै तो पंच महाभूत से बना शरीर हुं और देख रहां हुं के तुम यहां शौच करके पेड को पोष रहे हो और पेड इस प्रकृति के आधार पर तूम्हे पोष रहा है। अब यह क्या बात हूयी के तुम पंच महाभूत वाले शरीर से ही प्रश्न करने लगे ? अपने मन से पूछे राम रुपी प्राण ह्रदय में सदा भरपुर कैसे रहेगा ? जब समझ बढेगी राम की तो तूँ लक्ष राम और मै लक्ष दास दोनो मील जाएंगे और यह बात भी समझ आजाएगी चित्रकुट के घाट पर, भई संतन की भीर।
    तुलसीदास चंदन घीसे, तिलक देत रघुवीर।। धन्यवाद। शुभ प्रभात। टिप्पणी अलग है, पोस्ट से पर उपयोगी लगे तो उपयोग मे लीजीएगा। धन्यवाद फिर से

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  4. I certainly agree to some points that you have discussed on this post. I appreciate that you have shared some reliable tips on this review.

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