सोमवार, 15 दिसंबर 2008

हमार पहिला अवधी ब्लॉग

बहुत दिना से हम अवधी भाषा के बारे में लिखई चाहत रहे लेकुन हमका ई नाई पता रहा की अब देवनागरी लिपि में इन्टरनेट पे लिखायी आसान होई गई बाटे. पिछले शनीचर जब हमई ई पता चला की गूगल क कुछ इंजिनियर मिल के एक नयी तकनिकी क विकास किहे हयेन, तब हमरी खुशी क ठिकाना नाई रहा अउर हम लपक के ई इन्टरनेट ब्लॉग क निर्माण किहे और लिखई बैठि गए. ई ब्लॉग क मध्यम से हम भारत क उत्तरप्रदेश क जौनपुर जिला क तिलवारी/पिल्किछा (बदलापुर) क्षेत्र में बोलई जाई वाली अवधी भाषा क कुछ चुनिन्दा शब्द अउर कहावत सबके सामने प्रस्तुत करबई. हमरी ई प्रस्तुति में आप सब के गड़ेरिहा/कोल्हुआ (जौनपुर) क्षेत्र क अवधियौ क झलक देखाइ पड़े, काहे से कि हमार ननियाउर गड़ेरिहा/कोल्हुआ में बा. कौनो त्रुटी होवै त कृपा कई के ओका सामने लावै, हम सुधार करइ क पूरा प्रयत्न करबई. आप सबन के सहयोग से हमार सबे क आवै वाली पीढी और देश-दुनिया के बाकी जने क बीच में अवधी भाषा क जानकारी बढ़त रहे. धन्यवाद.

गूगल क ट्रांस्लितेरेशन तकनिकी क बारे में ज्यादा जानकारी बिना आप ई इन्टरनेट पते पे जावे.

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